एक वायरस और चारो तरफ लॉकडाउन । लोगो के लिए ये एक बहुत बड़ी आपदा और कठिनाई भरा सफर है, परन्तु बच्चो के लिए शायद इससे ज्यादा सुनहरा समय ओर कोई हो ही नहीं सकता है | ना स्कूल जाने की झंझट, ना पढ़ाई का बोझ और ना ही परीक्षा का तनाव। सुबह जल्दी उठना भी जरुरी नहीं और ना ही जल्दी सोना | ना कोचिंग,ना होमवर्क,ना कोई प्रोजेक्ट और ना कोई असाइनमेंट। खैर कुछ बच्चो की ऑनलाइन क्लास चालू है परन्तु फिर भी दिनचर्या पहले की तरह व्यवस्थित नहीं है | क्या आपने कभी ये सोचा है की इस आपदा के बाद जब सब कुछ सामान्य होने लगेगा तो आपके बच्चो का जीवन कैसा होगा? क्या आपके बच्चे आने वाले संघर्षो और जीवन की कठिनाइयों का सामना करने के लिए तैयार है ? क्या आपके बच्चे जीवन की प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार है ? दिन भर घर में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से घिरे एक आभासी दुनियां में रहने वाले बच्चे क्या वास्तविक जीवन की सच्चाई से परिचित है ? ऐसे समय में माता-पिता की जिम्मेदारियां ओर भी बढ जाती है कि वे अपने बच्चो को वास्तविक जीवन हेतु तैयार करे। बच्चो की नियमित दिनचर्या को बिगड़ने ना दे क्योकि लॉक-डा...
Written by ANSHUL MOONAT