उज्जवल हो चाँद के समान तुम,
जगमगाते तारो से भरा आसमान हो तुम,
टिमटिमाते दीपक की रौशनी और...
सुरज सा प्रकाशमान हो तुम... !!!
फूलों की फुलवारी और...
प्यारी सी महक हो तुम,
खुशबू हो चन्दन की,
चिड़िया की चहक हो तुम... !!!
घनघोर घटाओ में,
बरसता सावन हो तुम,
इस मटमैली दुनियाँ में,
पवित्र और पावन हो तुम... !!!
जन्नत की परी और....
प्यारा सा जहान हो तुम,
पूजा हो, प्रार्थना हो,
गीता और कुरान हो तुम...!!!
प्यारा सा जहान हो तुम,
पूजा हो, प्रार्थना हो,
गीता और कुरान हो तुम...!!!
मंदिर हो, मस्जिद हो,
चर्च और अजान हो तुम,
ईश्वर की अनुपम कलाकृति,
एक अद्भुत इंसान हो तुम...!!!
मंद-मंद बहती हुई नदी
गिरता हुआ झरना हो तुम,
श्रृंगार हो प्रकृति का,
सौन्दर्यता का प्रतीक हो तुम,
अनेक रंगो से मिल कर बना,
चित्रकार का चित्र हो तुम,
दोस्ती की इस दुनिया में ,
अविस्मरणीय मित्र हो तुम...!!!

Wowwwww💯
ReplyDeleteNice
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