बोलने से दुनियाँ आगे बढ़ती है, बोलिये क्योकि बोलने से सब होगा | बस पता होना चाहिए की बोलना किससे है......???
कल TV पर ये विज्ञापन देख कर वाकई मै सोचने लगा की क्या हमें सच में पता है की किससे बोलना है ???
हम अपनी जिंदगी की कई अहम घटनाओं के बारे में माता - पिता से बोलने के बजाय बाहर के लोगो से बोलना ज्यादा पसंद करते है |
कई महत्वपूर्ण निर्णय लेने से पूर्व भी परिवार जनो से बोलना उचित नहीं समझते |
किसी ख़ास दोस्त के साथ हुई ग़लतफ़हमी के बारे में हम दुनियाँ के तमाम लोगो से बोलना पसंद करते है |
आपसी रिश्ते की तकरार को सोशल मीडिया पर बोलना ज्यादा अच्छा लगता है|
बोलिये उनसे जो आपके साथ संवेदनशील है, जो आपको समझते है, जो आपको सही राह दिखा सकते है | किसी के साथ कितना भी मनमुटाव क्यों ना हो, बातचीत कभी बंद मत कीजिये क्योकि चुप होने से सुलह के सारे रास्ते बंद हो जाते है| बोलना बहुत जरूरी है परन्तु बेशक ये पता होना चाहिए की बोलना किससे है|
Written By - ANSHUL MOONAT
Amazing
ReplyDeleteShort but commendable & meaningful
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